जाने विज्ञान की दृष्टि से सपना सच होने का आधार ( The Basis of Dream Science)
जब बहुत गहरी नींद में सोते है तो हमारा दिमाग conscious से unconscious में चला जाता है और आप लोग जानते ही है कि हमारा unconscious mind सब कुछ जानता है और अगर unconscious mind का ब्रह्मांड से भी connection हो जाता है तो जिससे हमें भविष्य में होने वाली घटनाएं दिख जाती है।
दोस्तों आप लोगों के मन में यह सवाल होता है कि किस समय में देखे गए सपने सच होते हैं अगर आप भी जानना चाहते हैं की किस समय का सपना सच हो होता है तो दोस्तों यह पोस्ट आपके लिए ही है।
जानिए कैसा होता है सपना पहले प्रहर यानि 1 और 2 बजे के बीच का?
इस समय के सपने भी अधिकतर हमारे जीवन में सत्य घटित होते है । इस समय के सपने खास बात यह है कि इस समय का सपना का आपको कुछ झलक ही दिखता है और आपकी नींद झटके से टूट जाती है जोकि 80% तक हमारे जीवन घटने संभावना होती है।
आखिर क्यों रात के 10:00 से 12:00 के बीच जी के सपनों का कोई महत्व नहीं
स्वप्नशास्त्र (Dream Science) के अनुसार कहां जाता है कि लगभग रात के 10:00 से 12:00 के बीच देखे गए सपनों का कोई खास मतलब नहीं होता है ऐसा इसलिए क्योंकि आमतौर में इस समय दिन में हुई घटनाओं का ही दिमाग पर असर होता है इसलिए इस समय के बीच के सपने को महत्व नहीं दिया जाता है।
कैसा होता है सपना दूसरे प्रहर यानी 3 से 4 बजे के बीच का?
दोस्तों आपको हम आपको बताते चले कि शास्त्रों में इस 3 और 4 बजे के बीच के समय को अमृत बेला, चंद्र बेला और ब्रह्म मुहूर्त कहा जाता है।
अगर आपको इस समय कोई आकस्मिक सपना आता है और अचानक से आपकी नींद टूट जाती है तो इसका मतलब आप ये समझिए की यह सपना जरूर से आपके जीवन में घटित होगी। इस सपना के घटित होने अवधि 2 से 3 मानी जाती है।
जानिए कैसा होता है सपना चौथे प्रहर यानी 5 से 6 बजे के बीच का?
स्वप्नशास्त्र (Dream Science) के अनुसार इस समय के सपने को भी महत्वपूर्ण माना जाता है और यह भी हमारे जीवन में लगभग सत्य ही साबित है लेकिन दोस्तो इसलिए हमे यह देखना है की सपने की फ्रीक्वेंसी और हम कितने unconscious mind में कितने गहराई में सोए है।
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